सारा प्यार

Sunday, July 13, 2008


क्या लिखून्कुछ जीत लिखू या हार लिखूँया दिल का सारा प्यार लिखूँकुछ अपनो के ज़ाज़बात लिखू या सापनो की सौगात लिखूँमै खिलता सुरज आज लिखू या चेहरा चाँद गुलाब लिखूँवो डूबते सुरज को देखूँ या उगते फूल की सान्स लिखूँवो पल मे बीते साल लिखू या सादियो लम्बी रात लिखूँमै तुमको अपने पास लिखू या दूरी का ऐहसास लिखूँमै अन्धे के दिन मै झाँकू या आँन्खो की मै रात लिखूँमीरा की पायल को सुन लुँ या गौतम की मुस्कान लिखूँबचपन मे बच्चौ से खेलूँ या जीवन की ढलती शाम लिखूँसागर सा गहरा हो जाॐ या अम्बर का विस्तार लिखूँवो पहली -पाहली प्यास लिखूँ या निश्छल पहला प्यार लिखूँसावन कि बारिश मेँ भीगूँ या आन्खो की मै बरसात लिखूँ गीता का अॅजुन हो जाॐ या लकां रावन राम लिखूँमै हिन्दू मुस्लिम हो जाॐ या बेबस ईन्सान लिखूँमै ऎक ही मजहब को जी लुँया मजहब की आन्खे चार लिखूँकुछ जीत लिखू या हार लिखूँया दिल का सारा प्यार लिखूँ

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